आरती संग्रह (Aarti Sangrah): एक ही स्थान पर सभी देवी-देवताओं की आरती और चालीसा

आरती संग्रह (Aarti Sangrah) भारतीय सनातन परंपरा में आरती और चालीसा का विशेष महत्व है। पूजा का समापन आरती से होता है, वहीं चालीसा भक्ति को गहराई और अनुशासन...

चित्रगुप्त आरती | Chitragupt Aarti

चित्रगुप्त आरती | Chitragupt Aarti श्री विरंचि कुलभूषण,यमपुर के धामी ।पुण्य पाप के लेखक,चित्रगुप्त स्वामी ॥ सीस मुकुट, कानों में कुण्डल,अति सोहे ।श्यामवर्ण शशि सा मुख,सबके मन मोहे ॥...

धर्मराज आरती | Dharmraj Aarti

धर्मराज आरती | Dharmraj Aarti धर्मराज कर सिद्ध काज,प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी ।पड़ी नाव मझदार भंवर में,पार करो, न करो देरी ॥॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के...

भगवद गीता आरती | Bhagwat Geeta Aarti

भगवद गीता आरती | Bhagwat Geeta Aarti जय भगवद् गीते,जय भगवद् गीते ।हरि-हिय-कमल-विहारिणि,सुन्दर सुपुनीते ॥ कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि,कामासक्तिहरा ।तत्त्वज्ञान-विकाशिनि,विद्या ब्रह्म परा ॥॥ जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि,निर्मल मलहारी ।शरण-सहस्य-प्रदायिनि,सब विधि सुखकारी ॥॥...

पंच परमेष्ठी आरती | Panch Parmeshti Aarti

पंच परमेष्ठी आरती | Panch Parmeshti Aarti इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ।इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ॥ पहली आरति श्रीजिनराजा,भव...